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आहारनाल किसे कहते हैं? ( Aahaaranaal kise kahate hain )

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इस लेख में आहारनाल ( Alimentary Canal ) विषय से सम्बन्धित सभी जानकारी मिलेगी जैसे कि – आहारनाल किसे कहते हैं? इसके प्रमुख भाग आदि । तो चलिए आगे जानते है इन सभी प्रश्नों के बारे में उत्तर

आहारनाल एवं पाचक ग्रन्थियां ( Alimentary canal and Digestive Glands )

आहारनाल किसे कहते हैं? ( What is an alimentary canal

परिभाषा ( Definition ) — मुखद्वार ( mouth ) से लेकर गुदा ( anus ) तक फैली हमारी लगभग 8 से 10 मीटर लंबी , खोखली और अत्यधिक कुण्डलित ( coiled ) आहारनाल होती है जिसे मुख्यतः जठरान्त्रीय मार्ग ( gastrointestinal tract – GI tract ) कहते हैं ।

आहारनाल एवं पाचक ग्रन्थियां निम्नलिखित प्रमुख भागों में विभाजित होती है ;

( 1 ). मुख – ग्रासन गुहिका ( Bucco – pharyngeal cavity )
( 2 ). आमाशय ( Stomach )
( 3 ). ग्रासनली ( Oesophagus )
( 4 ). आँत ( Intestine )

आहारनाल किसे कहते हैं
मनुष्य की आहारनाल

( 1 ). मुख – ग्रासन गुहिका ( Bucco – pharyngeal cavity )

यह ऊपर की ओर से तालु ( palate ) द्वारा , पार्यों में कपोलों यानी गालों ( cheeks ) द्वारा तथा नीचे की ओर से जीभ यानी जिह्वा ( tongue ) द्वारा घिरी गुहा होती है । इसमें दोनों जबड़ों में सबसे आगे की ओर होंठों एवं कपोलों से लेकर मसूड़ों तक एक संकरा – सा दरारनुमा क्षेत्र होता है जिसे प्रकोष्ठ या प्रघाण ( vestibule ) कहते हैं । कपोलों के कारण ही , स्तनियों में भोजन को मुखगुहिका में चबाना संभव होता है । हर एक जबड़े के प्रकोष्ठ में सामने की तरफ बीचों – बीच श्लेष्मिक कला का एक सँकरा भंज ( fold ) होता है , जो होंठ को मसूड़े से जोड़ता है । भंज को ओष्ठीय संघायक ( labial frenulum ) कहते हैं ।

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( A). मुखगुहिका

( B ). ग्रसनी या गलतनी गुहा

( 2 ). ग्रासनली ( Oesophagus )

ग्रासनाल या ग्रासनली ( Oesophagus ) लगभग 25 CM लंबी एक संकरे पेशीय नली होती है जो मुंह के पीछे गलकोष से शुरू होती है, और सीने से थोरेसिक डायफ़्राम से गुज़रती हुई उदर स्थित हृदय द्वार पर जाकर खतम होती है । ग्रासनली, ग्रसनी से जुड़ी तथा नीचे आमाशय में खुलने वाली नली होती है । इसी नलिका से होकर भोजन आमाशय में पहुंच जाता है । ग्रासनली की दीवार महीन मांसपेशियों की दो परतों की बनी होती है जो ग्रासनली से बाहर तक एक सतत परत बनाती हैं और लंबे समय तक धीरे-धीरे संकुचित होती हैं । इन मांसपेशियों की आंतरिक परत नीचे जाते छल्लों के रूप में घुमावदार मार्ग में होती है, जबकि बाहरी परत लम्बवत होती है । ग्रासनली के सबसे ऊपर ऊतकों का एक पल्ला होता है । जिसे एपिग्लॉटिस ( epiglottis ) कहते हैं जो निगलने के दौरान ऊपर बंद हो जाता है जिससे भोजन श्वासनली में प्रवेश न कर सके । चबाया गया भोजन इन्हीं पेशियों के क्रमाकुंचन के द्वारा ग्रासनली से होकर उदर तक धकेल दिया जाता है । ग्रासनली से भोजन को उदर तक गुज़रने में महज 7 सेकंड लगते हैं और इस बीच पाचन क्रिया नहीं होती है ।

और पढ़ें… ग्रासनली की संरचना

( 3 ). आमाशय ( Stomach )

कशेरुकी, एकाइनोडर्मेटा वंशीय जंतु, कीट और मोलस्क सहित, कुछ जंतुओं में, आमाशय एक पेशीय, खोखला, पोषण नली का फैला हुआ भाग है जो पाचन नली के प्रमुख अंग के रूप में कार्य करता है । यह चबाने के बाद, पचने के लिए दूसरे चरण में जाता है । आमाशय, ग्रास नली और छोटी आंत के बीच में स्थित होता है । यह छोटी आंतों में आंशिक रूप से पचे हुए भोजन को भेजने से पहले, अबाध पेशी ऐंठन के माध्यम से भोजन के पाचन में सहायता के लिए प्रोटीन-पाचक एन्ज़ाइम और तेज अम्लों को स्रावित करता है जो ग्रासनलीय पुरःसरण के जरिए भेजा जाता है ।

और पढ़ें… आमाशय की संरचना

( 4 ). आँत ( Intestine )

मानव शरीर रचना विज्ञान में, आंत या अंतड़ी आहार नली का हिस्सा होती है जो पेट से गुदा तक फैली होती है, तथा मनुष्य और अन्य दूसरे स्तनधारियों में, यह दो भागों छोटी आंत और बड़ी आंत के रूप में विभाजित होती है । मनुष्यों में, छोटी आंत को आगे फिर पाचनांत्र, मध्यांत्र और क्षुद्रांत्र में विभाजित किया गया है, जबकि बड़ी आंत को अंधात्र और बृहदान्त्र में विभाजित किया गया है ।

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आहारनाल की कार्यिकी ( Physiology of Alimentary canal )

आहारनाल की कार्यिकी के निम्नलिखित पाँच प्रमुख चरण होते हैं :

( 1 ). भोजन ग्रहण और मुख – ग्रासन गुहिका में भोजन पर होने वाली क्रियाएँ ,
( 2 ). आहारनाल में भोजन का संवहन ( conduction ) ,
( 3 ). आहारनाल के विभिन्न भागों में भोजन का मन्थन तथा पोषक पदार्थों का पाचन ,
( 4 ).पचे पोषक पदार्थों तथा अन्य लाभदायक पदार्थों का अवशोषण ,
( 5 ). मल का निर्माण एवं परित्याग ।

तो दोस्तों , आशा करता हूँ की इस लेख में दी गयी सभी जानकारी जैसे की — आहारनाल किसे कहते हैं? , इसके प्रमुख भाग आदि प्रश्नों का उत्तर आपको अच्छे से समझ आ गया होगा । और यदि आपका कोई सवाल या कोई सुझाव है । तो हमें कमेंट्स करके जरुर बतायें हमें आपकी मदद करने में बहुत ख़ुशी होगी । धन्यवाद

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