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जन्तु विज्ञान की शाखाएं? ( Jantu vigyaan kee shaakhaen )

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इस लेख में जन्तु विज्ञान के शाखा ( Branches of zoology ) विषय से सम्बन्धित सभी जानकारी मिलेगी जैसे कि – जन्तु विज्ञान की शाखाएं? ( Jantu vigyaan kee shaakhaen ) आदि । तो चलिए आगे जानते है इन सभी प्रश्नों के बारे में ” उत्तर “

जन्तु विज्ञान की शाखाएं? ( Branches of zoology )

जीव विज्ञान की मुख्य शाखाएँ जो केवल जन्तुओं से सम्बन्धित हैं ;

( 1 ). मनोजीव विज्ञान ( Psychobiology ) : इस शाखा में जन्तुओं की मनोवृत्ति का अध्ययन किया जाता है ।

( 2 ). कपाल विज्ञान ( Craniology ) : इस शाखा में करोटि का अध्ययन किया जाता है ।

( 3 ). तन्त्रिका विज्ञान ( Neurology ) : इस शाखा में तन्त्रिका तन्त्र का अध्ययन किया जाता है ।

( 4 ). पेशी विज्ञान ( Sarcology or Myology ) : इस शाखा में पेशियों का अध्ययन किया जाता है ।

( 5 ). रुधिर विज्ञान ( Hematology ) : इस शाखा में रुधिर एवं रुधिर रोगों का अध्ययन किया जाता है । 

( 6 ). अस्थि विज्ञान ( Osteology ) : इस शाखा में कंकाल तन्त्र का अध्ययन किया जाता है । 

( 7 ). वाहिका विज्ञान ( Angiology ) : इस शाखा में परिसंचरण तत्र का अध्ययन किया जाता है । 

( 8 ). दन्त विज्ञान ( Odontology ) : इस शाखा में दाँतों का अध्ययन किया जाता है ।

( 9 ). अंग विज्ञान ( Organology ) : इस शाखा में अंगों का अध्ययन किया जाता है ।

( 10 ). तन्तुसन्धि या स्नायुसन्धि विज्ञान ( Syndesmology ) : इस शाखा में कंकाल सन्धियों एवं स्नायुओं का अध्ययन किया जाता है ।

( 11 ). अन्तःस्राव विज्ञान ( Endocrinology ) : इस शाखा में अन्तःस्रावी तन्त्र का अध्ययन किया जाता है ।

( 12 ). संरचना आकारिकी ( Tectology ) : इस शाखा में शरीर के रचनात्मक संघठन का अध्ययन किया जाता है ।

( 13 ). उपास्थि विज्ञान ( Chondrology ) : इस शाखा में उपास्थि का अध्ययन किया जाता है ।

( 14 ). त्वचा विज्ञान ( Dermatology ) : इस शाखा में त्वचा तथा इसके रोगों का अध्ययन किया जाता है ।

( 15 ). नासा विज्ञान ( Rhinology ) : इस शाखा में नासिका तथा इसके रोगों का अध्ययन किया जाता है ।

( 16 ). विकृतांग विज्ञान ( Teratology ) : इस शाखा में अंगों की जन्मजात विकृतियों तथा असामान्य वृद्धि का अध्ययन किया जाता है ।

( 17 ). निद्रा विज्ञान ( Hypnology ) : इस शाखा में नींद से सम्बन्धित अध्ययन किया जाता है ।

( 18 ). मस्तिष्क विज्ञान ( Phrenology ) : इस शाखा में मस्तिष्क के भागों की क्रियाशीलता तथा विक्षिप्तता का अध्ययन किया जाता है । 

( 19 ). स्वप्न विज्ञान ( Oneirology ) : इस शाखा में स्वप्न सम्बन्धी अध्ययन किया जाता है ।

( 20 ). आचार शास्त्र ( Ethology ) : इस शाखा में जन्तुओं के व्यवहार का अध्ययन किया जाता है ।

( 21 ). व्यक्तिवृत्त ( Ontogeny ) : इस शाखा में जीवन – चक्र का अध्ययन किया जाता है ।

( 22 ). उद्विकास ( Evolution ) : इस शाखा में जीव – जातियों के उद्भव एवं विभेदीकरण के इतिहास का अध्ययन किया जाता है ।

( 23 ). उपार्जिकी ( Ctetology ) : इस शाखा में उपार्जित लक्षणों का अध्ययन किया जाता है ।

( 24 ). सुजनन विज्ञान ( Eugenics ) : इस शाखा में आनुवंशिकी के सिद्धान्तों द्वारा मानव – जाति की उन्नति का अध्ययन किया जाता है ।

( 25 ). सुजीवन विज्ञान ( Euthenics ) : इस शाखा में विशिष्ट पालन – पोषण द्वारा मानव – जाति की उन्नति का अध्ययन किया जाता है ।

( 26 ). यूफेनिक्स ( Euphenics ) : इस शाखा में कोशिकाओं में जीन → आरएनए ( RNA ) → प्रोटीन → संश्लेषण श्रृंखला में परिवर्तन करके मानव – जाति की उन्नति का अध्ययन किया जाता है ।

( 27 ). विकिरण जैविकी ( Radiobiology or Actinobiology ) : इस शाखा में जीवों पर विकिरणों ( radiations ) के प्रभाव का अध्ययन किया जाता है ।

( 28 ). परजीवी विज्ञान या परजीविकी ( Parasitology ) : इस शाखा में परजीवी जीवों का अध्ययन किया जाता है ।

( 29 ). विकृति विज्ञान या रोग विज्ञान ( Pathology ) : इस शाखा में रोगों की प्रकृति , लक्षणों व कारणों का अध्ययन किया जाता है ।

( 30 ). पोषण विज्ञान ( Trophology ) : इस शाखा में जन्तुओं के पोषण एवं पोषण विधियों का अध्ययन किया जाता है ।

( 31 ). विष विज्ञान ( Toxicology ) : इस शाखा में जन्तुओं के लिए विषैले पदार्थों और शरीर पर इनके प्रभावों का अध्ययन किया जाता है ।

( 32 ). वायु जीव विज्ञान ( Aerobiology ) : इस शाखा में उड़ने वाले जन्तुओं का अध्ययन किया जाता है ।

( 33 ). सरो विज्ञान या सरोवर विज्ञान ( Limnology ) : इस शाखा में तालाबों , पोखरों , झीलों , आदि के जीवों का अध्ययन किया जाता है ।

( 34 ). एन्जाइम विज्ञान ( Enzymology ) : इस शाखा में उत्प्रेरकों का अध्ययन किया जाता है ।

( 35 ). प्रोटोजोआ विज्ञान ( Protozoology ) : इस शाखा में प्रोटोजोआ का अध्ययन किया जाता है ।

( 36 ). स्पंज विज्ञान ( Spongology ) : इस शाखा में स्पंजों का अध्ययन किया जाता है ।

( 37 ). कृमि विज्ञान ( Helminthology ) : इस शाखा में चपटे कृमियों का अध्ययन किया जाता है ।

( 38 ). कीट विज्ञान ( Entomology ) : इस शाखा में कीट – पतंगों का अध्ययन किया जाता है ।

( 39 ). चींटी या पिपिलिका विज्ञान ( Myrmecology ) : इस शाखा में चीटियों का अध्ययन किया जाता है ।

( 40 ). मकड़ी विज्ञान ( Arachnology ) : इस शाखा में मकड़ियों का अध्ययन किया जाता है ।

( 41 ). किलनी विज्ञान ( Acarology ) : इस शाखा में चींचड़ियों ( mites ) एवं किलनियों ( ticks ) का अध्ययन किया जाता है ।

( 42 ). मत्स्य विज्ञान ( Ichthyology ) : इस शाखा में मछलियों की संरचना , कार्यिकी एवं जीवन – चक्र का अध्ययन किया जाता है ।

( 43 ). उभयसृप विज्ञान ( Herpetology ) : उभयचरो एवं सरीसृपो का अध्ययन किया जाता है ।

( 44 ). पक्षी विज्ञान ( Ornithology ) : इस शाखा में पक्षियों का अध्ययन किया जाता है ।

( 45 ). स्तनी विज्ञान ( Mammalogy ) : इस शाखा में स्तनधारियों का अध्ययन किया जाता है ।

( 46 ). मानव विज्ञान ( Anthropology ) : इस शाखा में मानव – जाति के सांस्कृतिक विकास का अध्ययन किया जाता है ।

( 47 ). मोलस्क विज्ञान ( Malacology or Conchology ) : इस शाखा में मोलस्क्स और इनके खोलों का अध्ययन किया जाता है ।

( 48 ). सर्प विज्ञान ( Ophiology ) : इस शाखा में साँपों का अध्ययन किया जाता है ।

( 49 ). सीरम विज्ञान ( Serology ) : इस शाखा में रुधिर सीरम का अध्ययन किया जाता है ।

( 50 ). प्रतिरक्षण विज्ञान ( Immunology ) : इस शाखा में संक्रमण के विरुद्ध जन्तु शरीर के प्रतिरोध का अध्ययन किया जाता है ।

( 51 ). मत्स्यकी ( Fishery ) : इस शाखा में मत्स्य उद्योग के लिए मछली पालन एवं विक्रय का अध्ययन किया जाता है ।

तो दोस्तों , आशा करता हूँ की इस लेख में दी गयी सभी जानकारी जैसे की — जन्तु विज्ञान की शाखाएं? ( Jantu vigyaan kee shaakhaen ) आदि प्रश्नों का उत्तर आपको अच्छे से समझ आ गया होगा । और यदि आपका कोई सवाल या कोई सुझाव है । तो हमें कमेंट्स करके जरुर बतायें हमें आपकी मदद करने में बहुत ख़ुशी होगी । [ धन्यवाद्…]

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