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पारिस्थितिक तंत्र क्या है? ( Paaristhitik tantr kya hai )

इस आर्टिकल में पारिस्थितिक तंत्र ( Ecosystem ) से सम्बन्धित सभी जानकारी मिलेगी जैसे कि – पारिस्थितिक तंत्र क्या है? ( Paaristhitik tantr kya hai ) , प्रमुख घटक आदि । तो चलिए आगे जानते है इन सभी प्रश्नों के बारे में ” उत्तर “

पारिस्थितिक तंत्र क्या है? ( What is Ecosystem ) 

परिभाषा ( Definition ) पारिस्थितिकी तंत्र शब्द को सर्वप्रथम सन् 1930 में रोय क्लाफाम द्वारा एक पर्यावरण के सभी शारीरिक और जैविक घटकों को निरूपित ( Denote ) करने के लिए बनाया गया था । सर्वप्रथम ब्रिटिश परिस्थिति विज्ञानशास्री ए.जी. टेंसले ने सन् 1935 में पारिस्थितिक तंत्र की विचारधारा का प्रतिपादन किया था ।

आर्थर टान्सले ( Arthur Tansley ) ने बाद में, इस शब्द को परिष्कृत करते हुए यह वर्णन किया कि ” यह पूरी प्रणाली में केवल जीव-परिसर ही नहीं बल्कि , सभी भौतिक कारकों का पूरा परिसर भी शामिल हैं जिसे हम पर्यावरण कहते हैं “। टान्सले ने पारितंत्रों को न केवल ” प्राकृतिक इकाइयाँ ( Natural units ) ” के रूप में, बल्कि ” मानसिक आइसोलेट्स ( Mental isolates ) ” के रूप में भी मानते थे । टान्सले ने बाद में ” ईकोटोप ( Ecotope ) ” शब्द के प्रयोग द्वारा पारितंत्रों के ” स्थानिक शब्द ( Local words ) ” को परिभाषित किया ।

पारिस्थितिक तंत्र ( Ecosystem )

यह वह तंत्र है , जिसमें सभी जीवधारी आपस में एक – दूसरे के साथ तथा पर्यावरण के उन भौतिक एवं रासायनिक कारकों के साथ परस्पर यानी एक – दूसरे से क्रिया करते हैं , जिसमें वे रहते हैं । पारिस्थितिक तंत्र के अध्ययन को पारिस्थितिकी ( Ecology ) कहते हैं । पारिस्थितिकी का अंग्रेजी पर्याय ( Ecology ) है , जिसका प्रयोग सबसे पहले अर्नेस्ट हिकल ( Ernest Hickel ) ने किया था ।

पारिस्थितिक तंत्र ” प्रकृति की क्रियात्मक इकाई ( Functional unit of nature ) “ होती है । पारिस्थितिक तंत्र छोटा भी हो सकता है एवं बड़ा भी । यह स्थाई भी हो सकता है और अस्थाई भी । यह प्राकृतिक भी हो सकता है और कृत्रिम भी । यह कई छोटी – छोटी इकाइयों में वर्गीकृत होता है , जैसे की — स्वच्छ जलीय पारिस्थितिक , समुद्री पारिस्थितिक , वनीय पारिस्थितिक और मरुस्थलीय पारिस्थितिक तंत्र इत्यादि । ‘ उष्ण कटिबंधीय पारितंत्र ‘ सर्वाधिक उत्पादक पारितंत्र माना जाता है । 

पारिस्थितिक तंत्र के घटक ( Ecosystem components )

इस तंत्र के दो प्रमुख घटक हैं I

( 1 ). जैविक
( 2 ). अजैविक 

( 1 ). जैविक ( Organic ) 

इस घटक के अंग है  उत्पादक , उपभोक्ता एवं अपघटनकर्ता । 

उत्पादक ( Producer ) 

पादप जगत अर्थात् पौधों को पारितंत्र का उत्पादक कहा जाता है । पौधे प्रकाश संश्लेषण द्वारा भोजन का निर्माण करते हैं । 

उपभोक्ता ( Consumer ) 

जो जीव – जन्तु अपने भोजन का निर्माण स्वयं नहीं करते , उपभोक्ता कहलाते हैं । 

उपभोक्ता निम्न प्रकार के होते हैं —

( i ). प्राथमिक उपभोक्ता ( Primary consumer )

ये शाकाहारी होते हैं एवं पौधों की पत्तियों और कोमल तनों को खाते हैं . जैसे – टिड्डा , बकरी , हिरण , गाय इत्यादि । 

( ii ). द्वितीयक उपभोक्ता ( Secondary consumer )

ये शाकाहारी जीवों को खाते हैं , जैसे – मेढ़क , बिल्ली , लोमड़ी इत्यादि । 

( iii ). तृतीयक उपभोक्ता ( Tertiary consumer )

ये उच्च स्तर के मासाहारी होते हैं । ये प्राथमिक उपभोक्ता या द्वितीयक उपभोक्ता को खाते हैं या दोनों उपभोक्ताओं को खाते हैं , जैसे – शेर हिरण को भी खाता है और लोमड़ी को भी । मोर सांप को खाता है । बाज सांप को खाता है । 

( iv ). सर्वाहारी ( Omnivores )

ये उत्पादकों एवं प्राथमिक उपभोक्ताओं का सेवन करते हैं , जैसे – मनुष्य , बिल्ली . कौआ . मार इत्यादि । 

अपघटनकर्ता ( मृतक भक्षी ) ( Decomposer )

ये मृत जीव – जन्तु को अपना भोजन बनाते है । ये मृत शरीर के कानिक पदार्थों को साधारण भौतिक तत्वों में अपर्चाटत कर देते हैं . जैसे – जीवाणु , कवक ।

( 2 ). अजैविक ( Abiotic ) 

इस घटक के अन्तर्गत  प्रकाश , वायु , जल , मृदा एवं कार्बनिक पदार्थ आते हैं , जो उत्पादकों एवं उपभोक्ताओं के लिए आवश्यक होते हैं ।

तो दोस्तों ,आशा करता हूँ की इस आर्टिकल में दी गयी सभी जानकारी जैसे की — पारिस्थितिक तंत्र क्या है? ( What is Ecosystem ) प्रमुख घटक आदि प्रश्नों का उत्तर आपको अच्छे से समझ आ गया होगा और यदि आपका कोई सवाल या कोई सुझाव है तो हमें कमेंट्स करके जरुर बतायें हमें आपकी मदद करने में बहुत ख़ुशी होगी धन्यवाद्…

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