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कोशिका क्या है? परिभाषा ( Koshika kya hai )

इस लेख में कोशिका ( Cell ) विषय से सम्बन्धित सभी जानकारी मिलेगी जैसे कि – कोशिका क्या है? ( Koshika kya hai ) , खोज , परिभाषा , संरचना , प्रकार ! आदि । तो चलिए आगे जानते है इन सभी प्रश्नों के बारे में ” उत्तर “। 

कोशिका क्या है? ( Definition of Cell )

परिभाषा ( Definition ) — जिस तरह से घर/मकान कई छोटी छोटी चीजों से बने होते हैं जैसे कि ईंट , बालू , सीमेंट आदि । तो  उसी तरह जीव – जन्तु भी छोटी – छोटी इकाइयों से बने होते हैं । इन छोटी – छोटी इकाइयों को कोशिका कहते है । यानि ” कोशिका किसी जीव की आधारभूत इकाई “ होती है । दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि कोशिका किसी जीव की ” संरचनात्मक एवं कार्यात्मक इकाई “ है । 

कोशिका की खोज ( Discovery of Cell )

खोज ( Discovery — कोशिका की खोज सन 1665 ई० में रॉर्बट हुक ने कॉर्क यानि एक प्रकार की लकड़ी में की थी । 

कोशिका के आधार पर जीव दो प्रकार के होते हैं ।

( 1 ). एक कोशिकीय जीव ( Unicellular ) — ये वह जीव हैं जो सिर्फ एक कोशिका से बने होते हैं , जैसे – जीवाणु , अमीबा , पैरामिशियम आदि । 

( 2 ). बाहुकोशिकीय जीव ( Multicellular ) — ये वह जीव हैं जो एक से ज्यादा कोशिकाओं से बने होते हैं , जैसे – कवक , जानवर आदि । 

कोशिका की खोज का इतिहास ( Discover History of Cell )

क्र० सं०  वैज्ञानिक  कार्य 
1.  1665 में रॉबर्ट हुक नें  बोतल की कार्क की एक पतली परत के अध्ययन के आधार पर मधुमक्खी के छत्ते जैसे कोष्ठ देखे और इन्हें कोशा नाम दिया। यह तथ्य उनकी पुस्तक माइक्रोग्राफ़िया में छपा। राबर्ट हुक ने कोशा-भित्तियों के आधार पर कोशा शब्द प्रयोग किया।
2. 1674 में एंटोनी वॉन ल्यूवेन्हॉक नें  जीवित कोशा का सर्वप्रथम अध्ययन किया । इन्होंने जीवित Cell को दाँत की खुरचनी में देखा था ।
3. 1831 में रॉबर्ट ब्राउन नें  Cell में ‘केंद्रक एवं केंद्रिका’ का पता लगाया ।
4.  1824 में तदरोचित नें  Cell सिद्धांत का विचार प्रस्तुत किया ।
5.  1839 में श्लाइडेन श्वान नें  ठीक प्रकार से कोशिका सिद्धांत को प्रस्तुत किया और बतलाया कि ‘कोशिकाएं पौधों तथा जन्तुओं की रचनात्मक इकाई हैं ।
6.   1855 में रुडॉल्फ विर्चो ने विचार रखा कि कोशिकाएँ सदा कोशिकाओं के विभाजन से ही पैदा होती हैं ।
7.  1953 में वाट्सन और क्रिक नें  ने डीएनए के ‘डबल-हेलिक्स संरचना’ की पहली बार घोषणा की ।
8.  1981में लिन मार्गुलिस ने Cell क्रम विकास में ‘सिबियोस’ पर शोधपत्र प्रस्तुत किया।
9.   1888 में वाल्डेयर ने गुणसूत्र का नामकरण किया ।
10.  1883 में ईमें स्विम्पर ने पर्णहरित का नामकरण किया ।
11.  1892 में वीजमैन ने सोमेटोप्लाज़्म एवं जर्मप्लाज्म के बीच अंतर स्पष्ट किया ।
12.  1955 में जी.इ पैलेड ने राइबोसोम की खोज की । 

कोशिका की संरचना ( Structure of Cell )

Cell के अनेक भाग होते हैं , जिन्हें कोशिकांग कहा जाता है । इन कोशिकांगों के अलग – अलग कार्य होते हैं । पेड़ – पौधों और जानवर की कोशिकायें अलग – अलग होती हैं । किन्तु दोनों की कोशिकाओं में कुछ कोशिकांग एक समान होते हैं ।

कोशिका के कोशिकांग एवं उनके कार्य —

कोशिकांग कार्य
कोशिका-भित्ति यह सिर्फ पेड़ – पौधों में पाई जाती है । इसका कार्य पादप कोशिका को आकार देना एवं रक्षा करना है ।
माइटोकोण्ड्रिया इसका कार्य कोशिका को ऊर्जा देना है ।
केन्द्रक – इसका कार्य Cell को सभी गतिविधियों को नियंत्रित करना है ।
– यह एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी तक आनुवांशिक गुणों को भी पहुंचाता है ।
कोशिका झिल्ली इसका कार्य Cell के अन्दर – बाहर आने – जाने वाले कणों को नित्रित करना है ।
लवक यह सिर्फ पादपों में पाया जाता है । इसका कार्य पौधों को हरा रंग देना , भूमिगत भागों में भोजन इकट्ठा करना और फल – फूलों को रंग प्रदान करना है । 
रिक्तिका इसका कार्य Cell के अन्दर अपशिष्ट पदार्थ को इकट्ठा करना है ।
तारक काय यह सिर्फ जन्तु कोशिका में होती है और इसका कार्य कोशिका विभाजन में मदद  करना है ।
लाइजोसोम यह सिर्फ जन्तु कोशिका में में पाई जाती है इसका कार्य कणों को पचाना है ।
राइबोसोम इसका कार्य प्रोटीन बनाना है ।
अन्तःप्रद्रव्य जालिका इसका कार्य कोशिका के अन्दर कणों को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाना है ।
गॉल्गीकाय इसका कार्य भोजन को इकट्ठा करना है ।

कोशिका द्रव्य ( Cytoplasm ) — Cell के अन्दर जो द्रव्य पाया जाता है , जिसमें सभी कोशिकांग पाये जाते हैं , कोशिका द्रव्य कहलाता है ।

केन्द्रक द्रव्य ( Nucleus ) — केन्द्रक के अन्दर पाये जाने वाला द्रव्य केन्द्रक द्रव्य कहलाता है ।

जीव द्रव्य ( Protoplasm ) — Cell द्रव्य और केन्द्रक द्रव्य मिल कर जीव द्रव्य बनाते हैं । यह कोशिका का जीवित पदार्थ कहलाता है । यह जीवन का भौतिक आधार है । इसकी खोज सन 1939 में जे० ई० पुरकिन्जे ने की थी ।

पादप और जन्तु कोशिका में अंतर ( Deffrence between Plant and Animal Cell )

कोशिकांग पादप Cell जन्तु Cell 
कोशिका-भिति इसमें होती है । इसमें नहीं होती ।
तारक काय इसमें नहीं पाये जाते हैं । इसमें पाये जाते हैं ।
लाइजोसोम या लाइसोसोम इसमें नहीं होते हैं इसमें होते हैं
आकार इसकी Cell का आकार बड़ा होता है | इसको Cell का आकार छोटा होता है ।
रिक्तिका इसमें बड़ी होती है इसमें छोटी होती है ।
लवक इसमें पाये जाते । इसमें नहीं पाये जाते ।

कोशिकांग और उनके उपनाम ( Cell organells ) 

कोशिकांग उपनाम
केन्द्रक कशिका का मस्तिष्क , नियंत्रण कक्ष
लाइजोसोम या लाइसोसोम आत्मघाती थैली , पाचक थैली
माइटोकॉण्डिया उर्जा गृह
राइबोसोम प्रोटीन फैक्ट्री 
सबसे छोटी Cell माइकोप्ताज्या गैलिसेप्टिकम ( पी.पी.एल.ओ. )
सबसे बड़ी Cell शुतुरमुर्ग का अण्डा
सबसे लम्बी Cell तंत्रिका

तो दोस्तों आशा करता हूँ की इस लेख में दी गयी सभी जानकारी जैसे की — कोशिका क्या है? ( Definition of Cell ) , खोज , परिभाषा , संरचना , प्रकार ! आदि प्रश्नों का उत्तर आपको अच्छे से समझ आ गया होगा । और यदि आपका कोई सवाल या कोई सुझाव है । तो हमें कमेंट्स करके जरुर बतायें हमें आपकी मदद करने में बहुत ख़ुशी होगी । , धन्यवाद्…

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