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यकृत की संरचना? ( Yakrit kee sanrachana )

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इस लेख में यकृत ( Liver )  विषय से सम्बन्धित जानकारी मिलेगी जैसे कि – यकृत की संरचना? आदि । तो चलिए आगे जानते है इसके बारे में ” उत्तर “।  

यकृत की संरचना? ( Liver structure )

यकृत हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग ही नहीं , वल्कि सबसे बड़ी एवं महत्त्वपूर्ण ग्रन्थि भी होता है । और यह लगभग 15 से 22 सेमी लम्बा और चौड़ा तथा भार में लगभग 1.5 किलोग्राम होता है । यह उदरगुहा में , तन्तुपट यानी डायफ्राम के ठीक नीचे , आंत्रयोजनी यानी मीसेन्ट्री द्वारा सधा , चॉकलेटी रंग का एक बड़ा – सा , कोमल , लेकिन ठोस , द्विपालित ( bilobed ) अंग होता है । इसकी दाईं व बाईं पालियों को एक हँसियाकार स्नायु ( falciform ligament ) परस्पर जोड़ता है ।

यकृत की संरचना
मनुष्य के यकृत के भाग

यही स्नायु यकृत को तन्तुपट से साधे रखने का काम करता है । बाईं पाली ( left lobe ) काफी छोटी और दाईं पाली ( right lobe ) बड़ी होती है । हल्की खाँचों ( furrows ) द्वारा दाईं पाली तीन पिण्डों में बँटी होती है मुख्य दायाँ पिण्ड ( main right lobe ) , क्वाड्रेट पिण्ड ( quadrate lobe ) तथा कॉडेट पिण्ड ( caudate lobe ) । मुख्य दाएँ पिण्ड तथा क्वाड्रेट पिण्ड के आगे की ओर , यकृत के एक छिछले गड्ढे में स्थित , लगभग 7 से 10 सेमी लम्बा थैलीनुमा पित्ताशय ( gall bladder ) होता है । पित्ताशय से नीचे की ओर , यकृत की सतह पर एक अन्य छिछला गड्ढा होता है जिसे तोरण क्षेत्र ( porta ) कहते हैं , क्योंकि इसी क्षेत्र में यकृत धमनी ( hepatic artery ) तथा यकृत ( hepatic portal vein ) में घुसती हैं और यकृत शिरा ( hepatic vein ) तथा यकृत नाल ( hepatic duct ) यकृत से बाहर निकलती है ।

तो दोस्तों , आशा करता हूँ की इस लेख में दी गयी सभी जानकारी जैसे की — यकृत की संरचना? आदि प्रश्नों का उत्तर आपको अच्छे से समझ आ गया होगा । और यदि आपका कोई सवाल या कोई सुझाव है । तो हमें कमेंट्स करके जरुर बतायें हमें आपकी मदद करने में बहुत ख़ुशी होगी । [ धन्यवाद् ]

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